बस आंखों से हल्का इशारा करो की बगल में बैठा इंसान समझ ना सके की हम दोनों के इरादे क्या है अकेले में मिलने का मौका मिले ना मिले इशारों में सारी बातें हो जाएगी
मुझे क्या पता था कि वह इंकार कर देंगे मेरे दिल के जज्बातों का जीना मुहाल कर देंगे मुझे इजहार करने के लिए सही वक्त की जरूरत थी क्या पता था कि जल्दी मे हम खुद का नुकसान कर लेंगे मुझे क्या पता था कि आप मुझसे करते हो मोहब्बत मुझे क्या पता था कि आप मुझसे करते हो मोहब्बत लेकिन ना जाने कब करोगे अपने दिल की बातों को मेरे सामने जाहिर जब तक मिलेगा नहीं प्यार आपका मुझे कहां मिलेगा साहिल
अपने वादों का कोई पुख्ता सबूत दे दो जिससे मुझे यकीन हो सके कि तुम उम्र भर साथ दोगी मेरी चाहत है खुशियों में तुम्हारे साथ गुजर जाए जिंदगी दूर होने से डरते हैं हद से ज्यादा सोचते हैं कभी-कभी कि कहीं बिखर न जाए जिंदगी