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मुझे क्या पता था कि वह इंकार कर देंगे

मुझे क्या पता था कि वह इंकार कर देंगे मेरे दिल के जज्बातों का जीना मुहाल कर देंगे मुझे इजहार करने के लिए सही वक्त की जरूरत थी क्या पता था कि जल्दी मे हम खुद का नुकसान कर लेंगे

मुझे क्या पता था कि आप मुझसे करते हो मोहब्बत

मुझे क्या पता था कि आप मुझसे करते हो मोहब्बत लेकिन ना जाने कब करोगे अपने दिल की बातों को मेरे सामने जाहिर जब तक मिलेगा नहीं प्यार आपका मुझे कहां मिलेगा साहिल

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All shayari | Hindi shayari  वादे टूट कर बिखरने लगे हैं उनके चाल ढाल से पता चलने लगा है वह बदलने लगे हैं मेरे साथ कोई धोखा जरूर हो रहा है जो आजकल बहकी बहकी बातें करने लगे हैं इश्क की हकीकत से रूबरू होने के लिए इश्क कर बैठा हूं उसके बिना कहीं मन लगता नहीं है मैं ख्वाबों खयालों में डूबा हुआ हूं हर पल दीदार को निगाहें प्यासी रहने लगे हैं

Shayari in Hindi | love shayari | Hakikat shayari

मेरे दिल की हकीकत से रूबरू होकर देखो सच्ची मोहब्बत हो जाएगी प्यार की तलाश में भटकते फिर रहे हो हर ख्वाहिश पूरी हो जाएगी हम यूं ही रुठे नहीं है उसकी गलतफहमी से ख्वाब टूटे हैं झूठ की दहलीज पर हकीकत का पर्दा यूं लग गया है मैं सफाई देने में नाकाम रह गया हूं शायद वह दर्द महसूस कर पाए आज भी खामोश रहकर इंसाफ चाहता हूं

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